पंजाब BJP अध्यक्ष Sunil Jakhar ने इस्तीफा नहीं दिया, विजय रूपाणी ने स्पष्ट किया स्थिति
पंजाब के राजनीतिक माहौल में एक बार फिर से हलचल मची हुई है, जब हाल ही में BJP की एक बैठक में राज्य अध्यक्ष Sunil Jakhar की अनुपस्थिति के बाद उनके इस्तीफे की चर्चा तेज हो गई थी। चंडीगढ़ में आयोजित इस बैठक में जाखड़ न तो उपस्थित थे और न ही उन्होंने किसी प्रकार की सूचना दी, जिससे यह कयास लगाया जाने लगा कि उन्होंने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, पूर्व गुजरात मुख्यमंत्री और पंजाब के प्रभारी विजय रूपाणी ने मीडिया के साथ बातचीत में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि Sunil Jakhar अभी भी पार्टी के अध्यक्ष हैं और उनका इस्तीफा नहीं हुआ है।
विजय रूपाणी का बयान
विजय रूपाणी ने मीडिया को बताया, “Sunil Jakhar जी अभी भी हमारे अध्यक्ष हैं। पार्टी उनके नेतृत्व में काम कर रही है और आगामी चुनाव भी उनके नेतृत्व में लड़े जा रहे हैं। ऐसी कोई बात नहीं है कि उन्होंने इस्तीफा दिया है। मीडिया में इस प्रकार की खबरें चल रही हैं, जो सही नहीं हैं।”
इस बयान ने Sunil Jakhar के इस्तीफे की चर्चा को काफी हद तक समाप्त कर दिया। साथ ही, यह भी स्पष्ट हो गया कि पार्टी उनके नेतृत्व में आने वाले चुनावों की तैयारियों में जुटी हुई है।
जाखड़ की अनुपस्थिति का कारण
जाखड़ की अनुपस्थिति पर विजय रूपाणी ने कहा, “वह इस समय दिल्ली में व्यक्तिगत काम के लिए गए हैं, इसीलिए वह बैठक में नहीं आ सके।” इससे यह स्पष्ट हो गया कि उनकी अनुपस्थिति का कारण व्यक्तिगत है, न कि पार्टी के प्रति किसी प्रकार की नाराजगी या असहमति।
हालांकि, पिछले कुछ दिनों से जाखड़ के पार्टी के प्रति असंतोष की अटकलें लगाई जा रही थीं। यह कहा जा रहा था कि वह BJP के कुछ फैसलों को लेकर नाराज हैं और इसी कारण उनकी सोशल मीडिया पर सक्रियता भी कम हो गई है। उनका आखिरी पोस्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर था, जो दर्शाता है कि वह अभी भी पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं।
इस्तीफे की चर्चा
इसके पूर्व, जाखड़ के इस्तीफे की चर्चा उस समय शुरू हुई थी जब कुछ दिनों पहले एक वरिष्ठ पार्टी नेता ने जानकारी दी थी कि “Sunil Jakhar ने इस्तीफा देने की पेशकश की थी, लेकिन पार्टी ने उनसे चुनावों तक अपने पद पर बने रहने का आग्रह किया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।”
BJP के एक अन्य नेता हरजीत सिंह ग्रेवाल ने भी जाखड़ के इस्तीफे की खबरों को झूठा करार दिया था, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि पार्टी में जाखड़ की स्थिति को लेकर कोई गंभीर समस्या नहीं है।
BJP की रणनीति
पंजाब में BJP की स्थिति को मजबूत करने के लिए पार्टी ने विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की शुरुआत की है। आगामी पंचायत चुनावों के लिए सदस्यता अभियान और रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए आयोजित बैठक में जाखड़ की अनुपस्थिति को एक सामान्य घटना माना जा सकता है।
पार्टी की प्राथमिकता है कि वह आगामी चुनावों में एकजुटता और मजबूत नेतृत्व के साथ आगे बढ़े। इस संदर्भ में, जाखड़ की भूमिका महत्वपूर्ण है, और उनकी अनुपस्थिति से पार्टी के भीतर अस्थिरता की कोई संभावना नहीं होनी चाहिए।
आगामी चुनावों की तैयारी
पंजाब में होने वाले आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए BJP ने अपनी पूरी ताकत झोंकने का निर्णय लिया है। जाखड़ के नेतृत्व में पार्टी ने कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की योजना बनाई है, ताकि स्थानीय स्तर पर अपनी स्थिति को मजबूत किया जा सके।
BJP की योजना है कि वह पंचायत चुनावों में अधिक से अधिक सीटें जीत सके, ताकि वह राज्य में अपने प्रभाव को बढ़ा सके। इसके लिए पार्टी ने जाखड़ को अपने अध्यक्ष पद पर बनाए रखने का निर्णय लिया है, जिससे उन्हें अपने अनुभव और नेतृत्व का उपयोग करते हुए पार्टी के कार्यों को दिशा देने का मौका मिल सके।